प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीवान दौरा: बिहार को मिली नई सौगातें

20 जून 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार के सीवान ज़िले में ऐतिहासिक दौरा हुआ। इस दौरे के दौरान न केवल प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित किया, बल्कि लगभग ₹6,000 करोड़ रुपये की 28 बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इस ब्लॉग में पढ़िए इस दौरे से जुड़ी हर अहम बात विस्तार से।

🏗️ बिहार को मिला विकास का बड़ा पैकेज

प्रधानमंत्री मोदी ने सीवान से बिहार के विभिन्न हिस्सों के लिए 28 विकास योजनाओं की सौगात दी। इन योजनाओं की कुल लागत ₹5,735 करोड़ से अधिक है। इनमें रेलवे, सड़क, जलापूर्ति, स्वच्छता, बिजली और आवास योजनाएँ प्रमुख हैं। यह बिहार को आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।

🚆 रेलवे में क्रांतिकारी बदलाव

  • वैशाली से देवरिया के बीच नई रेलवे लाइन का शिलान्यास किया गया।

  • पटना–गोरखपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई गई, जो मुजफ्फरपुर और बेतिया होते हुए चलेगी।

  • ये योजनाएं न केवल यात्रा को तेज़ और सुरक्षित बनाएंगी बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी गति देंगी।

🌍 बिहार से हुआ पहला निर्यात इंजन रवाना

प्रधानमंत्री ने मढ़ौरा स्थित रेल लोकोमोटिव फैक्ट्री से बने पहले इंजनों को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना किया। यह Make in India पहल के तहत भारत के तकनीकी कौशल और उत्पादन क्षमता का उदाहरण है। बिहार अब वैश्विक रेल मानचित्र पर अपनी पहचान बना रहा है।

🏠 PM आवास योजना: हज़ारों को मिला घर का तोहफा

प्रधानमंत्री ने PM आवास योजना (शहरी) के तहत 53,666 लाभार्थियों को पहली किस्त की राशि उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की। इस योजना के अंतर्गत बिहार में अब तक 57 लाख से अधिक घर बनाए जा चुके हैं।

💧 जल एवं स्वच्छता योजनाओं का शिलान्यास

  • कई शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) और जलापूर्ति योजनाएं शुरू की गईं।

  • यह पहल नमामि गंगे मिशन के तहत की गई, जिससे गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने में मदद मिलेगी।

ऊर्जा के क्षेत्र में नई शुरुआत

  • प्रधानमंत्री ने Battery Energy Storage System (BESS) परियोजना की नींव रखी।

  • इसके तहत बिहार के 15 शहरों में 500 MWh क्षमता की बैटरी स्टोरेज यूनिट लगाई जाएगी, जो भविष्य की ग्रीन एनर्जी ज़रूरतों को पूरा करेगी।

🗣️ मोदी का तीखा राजनीतिक संदेश

सीवान की जनसभा में प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। उन्होंने ‘पंजा और लालटेन’ की राजनीति को बिहार के पिछड़ेपन का कारण बताया और दावा किया कि NDA के शासन में बिहार तेज़ी से विकास कर रहा है।

  • उन्होंने कहा, “बाबा साहेब आंबेडकर को कांग्रेस और उनके साथी सिर्फ़ फोटो तक सीमित रखते हैं, लेकिन मैं उन्हें दिल में रखता हूँ।”

  • साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि 25 करोड़ भारतीयों ने गरीबी से बाहर निकलकर नया भारत बनाया है।

🔍 चुनावी रणनीति: ‘2 टू का 8’

प्रधानमंत्री का यह दौरा सिर्फ विकास तक सीमित नहीं था, बल्कि राजनीतिक संदेश देने का माध्यम भी बना। सीवान, जो अब तक RJD का गढ़ माना जाता रहा है, वहां भाजपा ने ‘2 सीट से 8’ सीटें जीतने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है।

✍️ निष्कर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा बिहार के लिए विकास, विश्वास और भविष्य का प्रतीक बनकर उभरा है। ₹6,000 करोड़ की परियोजनाएं, लाखों लोगों को घर, तेज़ रफ्तार ट्रेन और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्यात – ये सब दर्शाते हैं कि बिहार अब आत्मनिर्भरता और प्रगति की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहा है।

क्या आप मानते हैं कि प्रधानमंत्री का यह दौरा चुनावी राजनीति से ज़्यादा बिहार के विकास के लिए था? अपनी राय हमें कमेंट में ज़रूर बताएं।