तेजस्वी यादव का AI वीडियो अटैक – 'जमाई और जीजा आयोग' की राजनीति!


💥 तेजस्वी यादव का AI वीडियो अटैक – 'जमाई और जीजा आयोग' की राजनीति!
दिनांक: 19 जून 2025 | स्थान: पटना, बिहार
बिहार की राजनीति में आज एक बिल्कुल नया मोड़ तब आया जब तेजस्वी यादव ने AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के ज़रिए एक व्यंग्यात्मक वीडियो जारी करके NDA सरकार पर तीखा हमला बोला। इस वीडियो ने सत्ता के गलियारों में हलचल मचा दी और सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया।
🎥 क्या था इस AI वीडियो में?
तेजस्वी यादव ने इस वीडियो को खुद अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया।
वीडियो में उन्होंने नीतीश कुमार और उनके करीबी लोगों की तुलना एक "जमाई-जीजा आयोग" से की।
वीडियो में AI का उपयोग करके एक व्यंग्यात्मक स्क्रिप्ट तैयार की गई थी, जिसमें यह दिखाया गया कि:
“बिहार में अब लोकतंत्र नहीं, ‘रिश्तेदारी का शासन’ चल रहा है। एक तरफ जमाई की सत्ता है तो दूसरी तरफ जीजा की योजना।”
वीडियो में सत्ता के पदों पर बैठाए गए कथित तौर पर करीबी और रिश्तेदारों पर इशारा था, जिसमें सीधे-सीधे नीतीश कुमार के दामाद और साले जैसे लोगों के ‘असली चेहरों’ पर तंज कसा गया।
🎯 राजनीतिक निशाना किस पर?
तेजस्वी यादव का निशाना सिर्फ नीतीश कुमार ही नहीं, बल्कि पूरे NDA गठबंधन पर था।
उन्होंने दावा किया कि सरकार अब:
सरकारी आयोगों में अपनों की नियुक्तियों से भर गई है,
फैसले अब ‘जनता’ नहीं बल्कि ‘घर के लोग’ ले रहे हैं।
तेजस्वी ने इस वीडियो में साफ कहा कि:
“बिहार में अब मंत्रिमंडल नहीं, पारिवारिक कमेटी शासन चला रही है।”
🔥 सोशल मीडिया रिएक्शन: वायरल हो गया 'जमाई आयोग'
तेजस्वी का वीडियो पोस्ट होते ही #JamaiAayog और #JijaRaj ट्विटर (X), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर ट्रेंड करने लगे।
लोगों ने इस वीडियो को “क्रिएटिव पॉलिटिक्स का मास्टरस्ट्रोक” बताया, जबकि NDA समर्थकों ने इसे “पारिवारिक फ्रस्ट्रेशन की उपज” कहकर खारिज कर दिया।
🗣 विपक्ष ने क्या कहा?
राजद, कांग्रेस, और वाम दलों ने इस वीडियो को तेजस्वी की ओर से “सच को क्रिएटिव अंदाज में पेश करने वाला” कदम बताया।
राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा:
“अब राजनीति सिर्फ भाषणों से नहीं चलेगी, जनता को साफ़–साफ़ दिखाना होगा कि अंदरखाने क्या चल रहा है।”
🤔 NDA का जवाब क्या रहा?
जेडीयू और बीजेपी नेताओं ने इस वीडियो को “बेसलेखा ड्रामा” बताया।
एक जेडीयू प्रवक्ता ने कहा:
“तेजस्वी खुद परिवारवाद की उपज हैं, वो दूसरों पर आरोप नहीं लगा सकते।”
हालांकि, उन्होंने वीडियो में लगाए गए आरोपों पर सीधे कोई जवाब नहीं दिया, जिससे कई राजनीतिक पंडितों ने कहा कि "तेजस्वी का वार सीधा दिल पर लगा है।"
📲 क्यों खास है यह हमला?
AI की मदद से पहला ऐसा पॉलिटिकल वीडियो: तेजस्वी बिहार के पहले नेता बन गए हैं जिन्होंने AI तकनीक को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया।
व्यंग्यात्मक शैली: आम जनता को वीडियो के माध्यम से राजनीति की जमीनी हकीकत सरल और रोचक रूप में समझाई गई।
नवाचार की राजनीति: यह हमला साबित करता है कि तेजस्वी अब केवल भावनाओं से नहीं, तकनीक से भी लड़ने को तैयार हैं।
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